PM SHRI Scheme Online Apply: Pradhan Mantri Schools for Rising India (पीएम-श्री) scheme

PM SHRI Scheme Online Apply:-PM-SHRI योजना (प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया), भारत सरकार द्वारा 2022 में शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है, जिसका उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी सुधार करना और देशभर में 14,500 से अधिक PM SHRI स्कूल्स की स्थापना करना है।

PM SHRI Scheme Online Apply

इस योजना के अंतर्गत, पहले से मौजूद स्कूलों को सुधारकर उनका स्तर ऊंचा किया जाएगा ताकि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करें। इस योजना का मुख्य उद्देश्य छात्रों की समग्र और समावेशी विकास को सुनिश्चित करना है, ताकि उन्हें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके और वे भविष्य में बेहतर नागरिक और पेशेवर बन सकें।

PM SHRI Scheme Online Apply योजना का उद्देश्य

PM-SHRI योजना का प्रमुख उद्देश्य भारतीय शिक्षा व्यवस्था को नए सिरे से पुनर्गठित करना है। इसके तहत, स्कूलों में छात्रों के समग्र विकास, मानसिक और शारीरिक भलाई, साथ ही बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे और संसाधनों की उपलब्धता पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।

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PM SHRI scheme full form:-Pradhan Mantri Schools for Rising India scheme इस योजना के तहत छात्रों के लिए संचार, सहयोग, और आलोचनात्मक सोच जैसी महत्वपूर्ण क्षमताओं का विकास किया जाएगा। इसके अलावा, छात्रों को वास्तविक जीवन की समस्याओं को हल करने के लिए ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

PM-SHRI Yojana के मुख्य तत्व

समग्र छात्रों का विकास: PM-SHRI स्कूलों में शिक्षा का तरीका अनुभवात्मक, खोजपरक और छात्र-केंद्रित होगा। यहाँ पर छात्रों के समग्र विकास पर जोर दिया जाएगा, जिसमें शारीरिक, मानसिक, और भावनात्मक भलाई शामिल है।

उन्नत सुविधाएं और बुनियादी ढांचा: इन स्कूलों में अत्याधुनिक प्रयोगशालाएँ, पुस्तकालय, कला कक्ष, स्मार्ट क्लासरूम, कंप्यूटर लैब्स, और कौशल लैब्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। स्कूलों में हर प्रकार की आधुनिक शिक्षा उपकरण और संसाधन होंगे, जो छात्रों को बेहतर तरीके से सीखने में मदद करेंगे।

स्थायी और पर्यावरणीय पहल: PM-SHRI स्कूलों में जल संरक्षण और कचरा प्रबंधन जैसी ‘हरित’ पहलों को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि छात्र पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक हों।

नवाचार और कौशल शिक्षा: PM-SHRI स्कूलों में Atal Tinkering Labs, Vocational Labs, और Integrated Science Labs जैसे नवाचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जो छात्रों को तकनीकी और व्यावसायिक कौशल में प्रशिक्षित करेंगे।

समावेशी शिक्षा: इस योजना के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्कूलों में सभी प्रकार के छात्र, विशेष रूप से सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों और जरूरतमंद छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो।

PM-SHRI स्कूल के लिए पात्रता

PM-SHRI स्कूलों के लिए पात्रता निम्नलिखित है:-

  • राज्य/केंद्र शासित प्रदेशों और स्थानीय निकायों द्वारा संचालित स्कूल।
  • सभी केंद्रीय विद्यालय (Kendriya Vidyalayas) और नवोदय विद्यालय (Navodaya Vidyalayas), जो स्थायी भवनों में चलाए जाते हैं।

स्कूलों की चयन प्रक्रिया

PM-SHRI स्कूलों का चयन एक तीन-चरणीय प्रक्रिया के तहत किया जाएगा:-

  • चरण 1: राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेशों को केंद्र सरकार के साथ MoU (स्मारक समझौता) पर हस्ताक्षर करना होगा।
  • चरण 2: स्कूलों की पहचान UDISE (Unified District Information System for Education) डेटा के आधार पर की जाएगी।
  • चरण 3: इस चरण में, पात्र स्कूलों को चुनौती विधि के माध्यम से चयनित किया जाएगा। इस प्रक्रिया में, स्कूलों को निर्धारित मानदंडों को पूरा करना होगा, और एक विशेषज्ञ समिति द्वारा अंतिम चयन किया जाएगा।

PM SHRI Scheme Online Apply प्रक्रिया

PM SHRI योजना (प्रधानमंत्री स्कूल्स फॉर राइजिंग इंडिया) एक केंद्रीय सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य देशभर में 14,500 से अधिक स्कूलों को सुधारकर उन्हें राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुसार आधुनिक और समग्र रूप से विकसित करना है। यह योजना स्कूलों के लिए है, न कि व्यक्तिगत आवेदन के लिए।

इस योजना में राज्य सरकारें या केंद्र शासित प्रदेशों और स्कूल प्राधिकरण जैसे केंद्रीय विद्यालय, नवोदय विद्यालय, और राज्य सरकार द्वारा संचालित अन्य सरकारी स्कूलों को भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री शिक्षा मंत्रालय के साथ एक समझौता (MoU) साइन करना होता है।

PM SHRI योजना में स्कूलों के चयन का कोई व्यक्तिगत ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया नहीं है। इसके बजाय, यह प्रक्रिया राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा संचालित होती है, और इसमें स्कूलों को सामूहिक रूप से आवेदन करना होता है।

चरण 1: MoU पर हस्ताक्षर
राज्य सरकारें और केंद्र शासित प्रदेश शिक्षा मंत्रालय के साथ एक Memorandum of Understanding (MoU) पर हस्ताक्षर करती हैं, जिसमें वे PM SHRI योजना में भाग लेने की सहमति देती हैं।

चरण 2: स्कूलों की पहचान
इसके बाद, UDISE+ (Unified District Information System for Education) डेटा का उपयोग करके यह पहचाना जाता है कि कौन से स्कूल इस योजना के मानकों के अनुसार योग्य हैं।

चरण 3: चुनौती प्रक्रिया
चरण 2 के बाद, योग्य स्कूलों को एक चुनौती विधि (Challenge Mode) के तहत प्रतियोगिता में भाग लेना होता है, जिसमें उन्हें निश्चित मानदंडों को पूरा करना होता है।

इन मानदंडों में स्कूल का बुनियादी ढांचा, शिक्षण पद्धतियाँ, और छात्रों के समग्र विकास के लिए किए गए प्रयास शामिल होते हैं।
यह प्रक्रिया विद्यालयों द्वारा प्राप्त किए गए प्रमाणों के आधार पर होती है, और राज्य शिक्षा विभाग और केंद्र सरकार के अधिकारी इसमें समीक्षा करते हैं।
चरण 4: चयन प्रक्रिया
चरण 3 के बाद, एक विशेषज्ञ समिति अंतिम चयन करती है, और यह सुनिश्चित करती है कि चयनित स्कूलों ने सभी आवश्यक मानकों को पूरा किया है। इस चयन प्रक्रिया में राज्य/केंद्र शासित प्रदेश सरकारें, केंद्रीय विद्यालय संगठन (KVS), और नवोदय विद्यालय समिति (JNV) की सिफारिशें भी शामिल होती हैं।

PM-SHRI योजना का वित्तीय मॉडल

PM-SHRI योजना की वित्तीय सहायता केंद्र सरकार और राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेशों के बीच साझा की जाएगी। इसके लिए फंडिंग का पैटर्न 60:40 रहेगा, यानी केंद्र सरकार 60 प्रतिशत और राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेश 40 प्रतिशत खर्च का वहन करेंगे। हालांकि, उत्तर-पूर्वी राज्यों और हिमालयी राज्यों में यह अनुपात 90:10 रहेगा, और जम्मू-कश्मीर जैसे केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 100% केंद्रीय फंडिंग उपलब्ध होगी।

PM-SHRI योजना का कार्यकाल

PM-SHRI योजना 2022-23 से 2026-27 तक लागू होगी। इस अवधि के बाद, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करना होगा कि इन स्कूलों में प्राप्त मानकों को बनाए रखा जाए।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 का PM-SHRI योजना से संबंध

PM-SHRI योजना का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के सिद्धांतों को लागू करना है। NEP 2020 में भारतीय शिक्षा प्रणाली में बदलाव की दिशा निर्धारित की गई है, जिसमें छात्रों के समग्र और सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता दी गई है। इसमें विद्यार्थियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, सामाजिक जिम्मेदारी, और उनके व्यक्तित्व विकास पर भी जोर दिया गया है। NEP 2020 में 5+3+3+4 संरचना का प्रस्ताव है, जो छात्रों की आयु और उनकी शैक्षिक जरूरतों के अनुसार शिक्षा प्रणाली को ढालता है।

PM-SHRI योजना की अपेक्षित चुनौतियां

हालाँकि यह योजना शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी सामने आ सकती हैं:-

  • संसाधनों की उपलब्धता: सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए उन्नत सुविधाओं और संसाधनों को सुनिश्चित करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
  • शिक्षकों का प्रशिक्षण: शिक्षकों को नए तरीके से पढ़ाने के लिए प्रशिक्षित करना और सुनिश्चित करना कि वे राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार शिक्षा प्रदान कर सकें।
  • सामाजिक समावेशिता: इस योजना में सभी छात्रों को समान अवसर देना और उन्हें समान स्तर पर शिक्षा प्रदान करना एक बड़ी चुनौती हो सकती है, खासकर ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में।

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