Krushi Aranya Protsaha Yojana:- कर्नाटक राज्य सरकार ने पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कृषि अरण्य प्रेरणा योजना (Krushi Aranya Protsaha Yojane – KAPY) की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों और आम जनता को जंगलों और वृक्षों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रेरित करना है।
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इस योजना के तहत, कर्नाटक वन विभाग किसानों को वृक्षारोपण के लिए सब्सिडी वाले पौधे प्रदान करेगा और हर जीवित पौधे के लिए उन्हें आर्थिक प्रोत्साहन भी मिलेगा।
Krushi Aranya Protsaha Yojana
कृषि अरण्य प्रेरणा योजना, कर्नाटक वन विभाग द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य राज्य में हरियाली बढ़ाना और पर्यावरण की रक्षा करना है। इस योजना के तहत किसानों को उनके खेतों में वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। योजना का मुख्य लाभ यह है कि किसान न केवल वृक्षारोपण से पर्यावरण संरक्षण में योगदान देंगे, बल्कि उन्हें इस काम के लिए प्रतिवर्ष एक निश्चित राशि भी प्राप्त होगी।
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पौधों की देखभाल के लिए किसानों को प्रत्येक पौधे के लिए तीन साल तक प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। पहले वर्ष में प्रत्येक जीवित पौधे के लिए 35 रुपये, दूसरे वर्ष में 40 रुपये और तीसरे वर्ष में 50 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इस प्रकार, कुल 125 रुपये प्रति पौधे का भुगतान किया जाता है, जो पौधा खरीदने और लगाने के खर्चों से अधिक होता है।
Krushi Aranya Protsaha Yojana Eligibility Criteria
कृषि अरण्य प्रेरणा योजना का लाभ लेने के लिए कुछ पात्रता शर्तें हैं।
- योजना का लाभ सभी किसान समुदायों को मिलेगा।
- आवेदन करने वाले किसानों के पास उस भूमि का पहानी (पट्टा) दस्तावेज होना चाहिए, जहां वे पेड़ लगाएंगे।
- आवेदन करने से पहले पंजीकरण कराना अनिवार्य है, जो आमतौर पर मानसून सीजन से पहले, यानी मई महीने के अंत तक करना होता है।
- कुछ वृक्षों की प्रजातियाँ, जैसे कि यूकेलिप्टस, एकेशिया और ग्राफ्टेड आम, इस योजना के अंतर्गत प्रोत्साहन के लिए योग्य नहीं हैं।
Benefits of the Krushi Aranya Protsaha scheme
- वृक्षारोपण को बढ़ावा: इस योजना के द्वारा राज्य में वृक्षारोपण को बढ़ावा मिलता है, जिससे पर्यावरण संरक्षित होता है और हवा में सुधार होता है।
- किसानों को आय: यह योजना किसानों को एक अतिरिक्त आय का स्रोत प्रदान करती है, जो उन्हें उनके द्वारा लगाए गए पौधों की देखभाल के लिए दिया जाता है।
- दीर्घकालिक लाभ: पेड़ लगाकर किसान न केवल तत्काल लाभ प्राप्त करते हैं, बल्कि परिपक्व पेड़ों से विभिन्न उत्पादों का लाभ भी उठा सकते हैं।
- सस्ता पौधारोपण: किसानों को वन विभाग से पौधे बहुत कम कीमत पर मिलते हैं, जिससे उनका खर्च कम होता है।
- प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा: यह योजना वनस्पतियों की विविधता बढ़ाने के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में भी मदद करती है।
Krushi Aranya Protsaha scheme Application Process
इस योजना के लिए आवेदन करना एक सरल प्रक्रिया है। किसानों को नजदीकी रेंज फॉरेस्ट ऑफिस जाना होगा और वहां से निर्धारित आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा। इस आवेदन पत्र में निम्नलिखित जानकारी भरनी होती है।
- आवेदक का नाम, पता, और पासपोर्ट आकार का फोटो
- भूमि का पहानी दस्तावेज
- भूमि का हाथ से बनाया हुआ चित्र
- पौधों की प्रजाति, संख्या और पॉलिबैग का आकार
- आवेदक के बैंक खाता विवरण
आवेदन पत्र को सही-सही भरकर 10 रुपये की पंजीकरण फीस के साथ जमा करना होता है। इसके बाद, किसान नजदीकी नर्सरी से पौधे ले सकते हैं। पौधों की कीमत इस प्रकार होगी।
- 5”x8” और 6”x9” आकार के पौधों के लिए 1 रुपये
- 8”x12” आकार के पौधों के लिए 3 रुपये
- 10”x16” और 14”x20” आकार के पौधों के लिए 5 रुपये
- किसान अपनी आवश्यकतानुसार पौधों का आकार और संख्या चुन सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज़
योजना के लिए आवेदन करते समय किसानों को निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है।
- आधार कार्ड की प्रति
- पासपोर्ट आकार की फोटो
- भूमि का पहानी दस्तावेज
- भूमि का हाथ से बनाया गया चित्र
- पौधों की प्रजाति, संख्या, और पॉलिबैग आकार का विवरण
- बैंक खाता विवरण
निष्कर्ष
कृषि अरण्य प्रेरणा योजना न केवल कर्नाटक राज्य में पर्यावरण को सुदृढ़ करने का एक प्रभावी तरीका है, बल्कि यह किसानों को भी आर्थिक लाभ प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से किसान न केवल अपने खेतों में हरियाली ला सकते हैं, बल्कि उन्हें तीन वर्षों तक प्रतिवर्ष वित्तीय सहायता प्राप्त होती है। यदि आप कर्नाटका में रहते हैं और वृक्षारोपण में रुचि रखते हैं, तो यह योजना आपके लिए एक बेहतरीन अवसर हो सकती है।