Khavda HVDC Scheme Bid Submission Date: बोली जमा करने की तिथि एक बार फिर बढ़ाई गई 2025

Khavda HVDC Scheme Bid Submission Date:- भारत में अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए खावड़ा HVDC (High Voltage Direct Current) ट्रांसमिशन योजना एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना खावड़ा क्षेत्र, गुजरात से बिजली के निष्कासन के लिए तैयार की जा रही है, और अब इस योजना के टेंडर की अंतिम तिथि एक बार फिर बढ़ा दी गई है।

Khavda HVDC Scheme Bid Submission Date

अब टेंडर की आखिरी तारीख 10 जनवरी 2025 तय की गई है। यह बदलाव इसलिए हुआ है क्योंकि इस योजना में बिडिंग दस्तावेजों में कई बार संशोधन किए गए हैं, जिनमें मुख्य रूप से तकनीकी स्पेसिफिकेशन और HVDC उपकरणों की सोर्सिंग गाइडलाइन्स को अपडेट किया गया है।

Khavda HVDC Scheme Bid Submission Date Extended 2025

बार-बार टेंडर की तारीख बढ़ाने के बावजूद, यह परियोजना अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। खावड़ा HVDC योजना भारत के ट्रांसमिशन नेटवर्क के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है, क्योंकि यह न केवल गुजरात के अक्षय ऊर्जा संसाधनों को अन्य राज्यों तक पहुंचाएगी, बल्कि पूरे देश के लिए सस्टेनेबल पावर ट्रांसमिशन का एक नया रास्ता खोलेगी।

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इस योजना में बार-बार बदलाव की वजह बिडिंग दस्तावेजों में की गई तकनीकी सुधारों को बताया जा रहा है। इन सुधारों का उद्देश्य सुनिश्चित करना है कि जो कंपनियां इस परियोजना में बोली लगाएंगी, वे उच्चतम तकनीकी मानकों को पूरा करें और सुनिश्चित करें कि ट्रांसमिशन प्रणाली उच्च गुणवत्ता और सुरक्षा के साथ कार्य करे।

Khavda HVDC Scheme Tender

यह परियोजना “खावड़ा क्षेत्र में संभावित नवीकरणीय ऊर्जा जोन से बिजली का निष्कासन (Phase-V, 8 GW)” के तहत है, जिसमें HVDC तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत ₹12,000 करोड़ है और इसे 48 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

HVDC तकनीक बिजली ट्रांसमिशन में उच्च क्षमता और दक्षता प्रदान करती है, खासकर लंबी दूरी पर। इस परियोजना के तहत, खावड़ा पूलिंग स्टेशन-3 (KPS3) और साउथ ओलपाड (South Olpad) में दो नए HVDC टर्मिनल बनाए जाएंगे, जिनकी क्षमता 500kV और 2500 MW होगी। इन टर्मिनलों को 600 किमी लंबी बाय-पोल लाइन से जोड़ा जाएगा, जो 2500 MW तक की बिजली ट्रांसफर करने में सक्षम होगी।

Khavda HVDC Scheme क्या है?

  • यह परियोजना TBCB (Transmission, Bidding and Contracting) पद्धति के तहत तीसरी HVDC योजना है, जिसमें पहले दो योजनाओं को Power Grid Corporation of India Ltd. और Adani Energy Solutions Ltd. ने जीता है। खावड़ा HVDC योजना भी इन्हीं पंक्तियों का अनुसरण करती है और भारत में HVDC तकनीक के विस्तार के लिए एक नई दिशा प्रदान करती है।
  • भारत में HVDC तकनीक का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है। 2027 से 2032 तक भारत में 15,432 किमी HVDC लाइनों और 32,250 MW HVDC ट्रांसफर क्षमता का जोड़ा जाएगा। इस समयावधि में 5,500 किमी और 14,500 MW क्षमता TBCB मार्ग से जुड़े विभिन्न परियोजनाओं के तहत विकसित की जाएगी, जिनमें खावड़ा HVDC योजना भी शामिल है।
  • इस योजना के पूरा होने से न केवल गुजरात में अक्षय ऊर्जा का निष्कासन बढ़ेगा, बल्कि देशभर में HVDC नेटवर्क का विस्तार होगा, जिससे दीर्घकालिक ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी। HVDC तकनीक की मदद से बिजली का ट्रांसमिशन अधिक दक्षता के साथ किया जाएगा, जिससे न केवल ऊर्जा की बचत होगी, बल्कि ग्रीन पावर के वितरण में भी तेजी आएगी।

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